ऐ मानव तू कैसे रुक रुक सकता है।। ऐ मानव तू कैसे रुक रुक सकता है।।
रुकना नहीं मुझे भले याँ छाँव घनी है रुकना नहीं मुझे भले याँ छाँव घनी है
कोई साथ आके देगा खुशियों की दस्तक दिल में तो किसी को साथ छोड़ कर जाना है। कोई साथ आके देगा खुशियों की दस्तक दिल में तो किसी को साथ छोड़ कर जाना है।
बाधाओं से लड़ना सीखो, निज राह बनाना तुम जानो बाधाओं से लड़ना सीखो, निज राह बनाना तुम जानो
दिखाई नहीं दे रहा दूर मंज़िल है या धुंधलाई मेरी नजर है। दिखाई नहीं दे रहा दूर मंज़िल है या धुंधलाई मेरी नजर है।
उसकी गहराइयों में डूब जाकर उभर आने का का हुनर रख ऐ ज़िन्दगी।। उसकी गहराइयों में डूब जाकर उभर आने का का हुनर रख ऐ ज़िन्दगी।।